सच तो यह है कि सब सही हैं। अपना खुद का उत्पाद रखना बहुत अच्छा है लेकिन यह बिल्कुल जरूरी नहीं है। जिनके पास खुद का प्रोडक्ट है वो उस प्रोडक्ट के इर्दगिर्द एक वेबसाइट बना सकते हैं और उसमें एफिलिएट लिंक जोड़ सकते हैं। जिनके पास अपने उत्पाद नहीं हैं, वे अभी भी एक बेहतरीन वेबसाइट बना सकते हैं और एक संबद्ध बाज़ारिया बन सकते हैं। उत्पादों के निर्माता सहबद्ध विपणक से प्यार करते हैं और उत्पादों को ढूंढना कम से कम कठिन नहीं है।
जो लोग ऐसा करते हैं और जिनके पास अपना उत्पाद नहीं है, दोनों में समान बात यह है कि उन दोनों को अपने द्वारा बेचे जाने वाले उत्पादों के प्रति भावुक होना चाहिए। आप कभी भी किसी ऐसी चीज को बेचने में सफल नहीं होंगे, जिसमें आपको खुद में कोई दिलचस्पी नहीं है। किसी भी प्रयास में सफल होने के लिए ड्राइव और महत्वाकांक्षा की आवश्यकता होती है और संबद्ध विपणन कोई अलग नहीं है। अपने अभियान और महत्वाकांक्षा को लंबे समय तक जीवित और अच्छी तरह से बनाए रखने के लिए आपको किसी उत्पाद या विचार के बारे में भावुक होना चाहिए। जिससे हर एक मुकाम हासिल कर सको
चाहे आप अपने स्वयं के उत्पाद का विपणन कर रहे हों या दूसरों द्वारा उत्पादित उत्पाद आपकी सफलता का सीधा संबंध इस बात से है कि आपकी मार्केटिंग तकनीक कितनी प्रभावी है, आप कितने केंद्रित हैं, आप अपने समय का कितना अच्छा प्रबंधन करते हैं और आप उत्पाद में कितना विश्वास करते हैं। यह आप पर निर्भर करता है कितनी मेहनत करते हो ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए मिले blogger पेज को फॉलो करें
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